Car Decals या फिर Car Stickers किसी भी तरह की images, graphics या printed letters हो सकते हैं, जिन्हें Car या फिर किसी भी अन्य तरह के Vehicle पर लगाया जा सकता है।
Car Decals एक खास तरह की plastic विनाइल (Vinyl) से बने होते हैं। Vinyl पर एक खास तरह का गोंद गा होता है, जिसकी help से sticker को Car पर लगाया जाता है।
यहां पर हम आपको बताएँगे कि आप Online Car Decals कहां से ख़रीद सकते हैं, और इन्हें आप अपनी Car पर कैसे लगा सकते हैं।
Buy Car Stickers Online in India
आप Amazon, CarSticker.com, Flipkart, Tenstickers और 100kmph.com जैसे websites से Car Decals Online Buy कर सकते हैं।
इन websites पर कुछ stickers ऐसे भी हैं, जिन्हें आप Car के सिवाए अपनी byke, scotty या फिर other four wheelers पर लगा सकते हैं।
कुछ stickers ऐसे भी हैं, जिन्हें Laptops और Mobile के सिवाए अन्य gadgets पर भी लगाया जा सकता है।
Car पर Sticker को कैसे लगाएं?
Vinyl से बने stickers को Car पर लगाने के लिए नीचे दिए steps follow करें-
1. Car पर Location को चुनें?
Car पर decal को सही जगह पर लगाना जरूरी है। सबसे पहले आप यह देखें कि आप decal को Car के किस हिस्से पर लगाना चाहते हैं? Decal की backing खोलने से पहले यह देखें कि क्या वो Car के उस हिस्से पर fit बैठता रहा है? इसके सिवाए यह भी देखें कि क्या Sticker पर लिखा संदेश लोगों को आसानी से दिख पाएगा?
2. Car की सफाई करें?
आप Car के जिस हिस्से पर decal को लगाना चाहते हैं, उसे पहले अच्छी तरह से धो कर सुखा लें। इससे आपका decal Car पर लगी धूल के बजाय सीधे Car की सतह पर चिपकेगा।
3. Sticker को ध्यान से लगाएं।
अपने Sticker के size के हिसाब से धीरे से उसकी backing खोले, फिर उसे ध्यान से Car पर लगा दें। ध्यान रखे इस दौरान sticker के पीछे bubbles ना बने और wrikels तो पड़ने ही नहीं चाहिएं।
अगर sticker लगाने के बाद उसमें bubble दिखने लगें, तो उन्हें आप अपने ATM Card की help से धीरे-धीरे sticker के किनारे पर लगाकर ग़ायब कर सकते हैं।
shivanee singh says
अपने बहुत ही अच्छी जानकारी साँझा की है आपके इस पोस्ट को पढ़कर बहुत अच्छा लगा और इस ब्लॉग की यह खास बात है कि जो भी लिखा जाता है वो बहुत ही understandable होता है.
Karmveer kumar says
Hii sir ek bar mujhe ek mahila Ne glass me pani diya tha jo h i v positive thi par jutha nhi tha or uske hotho par phora tha agr hmse phle wo pani pi hogi to uske Glass se pani pine se mujhe h i v ho skta hai par usko blood nhi nikal rha hai
Sahil kumar says
अगर खून नहीं था, तो एचआईवी पीड़ित का झूठा खाने पीने से एड्स नहीं होता। एड्स के विषाणु मुंह की लार में नहीं होते हैं। यह विषाणु मल और पिशाब द्वार के सिवाए खून के अंदर होते हैं। वैसे भी संक्रमित का झूठा खाने पीने से परहेज करना चाहिए। बस इस बात का ध्यान रखिए कि पीड़ित अपमानित महसूस ना करे।