जन्म : 3 मार्च 1847, स्कॉटलैंड
मृत्यु : 2 अगस्त 1922, कैनेडा (आयु 75 वर्ष)
व्यवसाय : आविष्कारक, वैज्ञानिक
प्रसिद्धि कारण : टेलीफोन का आविष्कार
Alexander Graham Bell Information in Hindi
अलेक्जेंडर ग्राहम बेल एक स्कॉटिश मूल के आविष्कारक, वैज्ञानिक और इंजीनियर थे जिन्हें पहले व्यावहारिक टेलीफोन को पेटेंट कराने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 1885 में अमेरिकन टेलीफोन एंड टेलीग्राफ कंपनी (AT&T) की सह-स्थापना भी की।
बेल के पिता, दादा, और भाई सभी वाक्पटुता और भाषण के काम से जुड़े हुए थे, और उनकी माँ और पत्नी दोनों बहरी थीं; ने बेल के जीवन के कार्य को गहराई से प्रभावित किया। सुनने और बोलने पर उनके शोध ने उन्हें श्रवण उपकरणों के साथ प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया, जिसकी परिणति बेल को 7 मार्च, 1876 को टेलीफोन के लिए पहले अमेरिकी पेटेंट से सम्मानित किया गया। बेल ने अपने आविष्कार टेलीफोन को एक वैज्ञानिक के रूप में अपने वास्तविक कार्य में एक घुसपैठ माना और उपयोग करने से इनकार कर दिया।
टेलीफोन का आविष्कार
महान वैज्ञानिक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल अपने टेलीफोन के आविष्कार के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके इस आविष्कार ने पुरी दुनिया को बदल कर रख दिया है। अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की मां और पत्नी दोनों बहरी थी जिसकी वजह से उन्हें ध्वनि विज्ञान (science of sound) में बहुत रुचि थी।
बेल को पूरा यकीन था कि टेलीग्राफ तार के जरिए ध्वनि के सिगनल भेजे जा सकते है, इसलिए उन्होंने इस पर शोध कार्य शुरू कर दिया। शोध कार्य के लिए उन्होंने अपने साथ एक सहायक थॉमस वॉट्सन को रखा जिसने टेलीफोन की खोज़ के लिए बेल की काफी मदद की।
10 मार्च 1876 के दिन बेल अपने कमरे में और उनका सहायक वॉट्सन ऊपरी मंज़िल पर अपना काम कर रहे थे। बहुत दिनों से लगातार यंत्रों को जोड़ने पर भी उन्हें तारों के जरिए ध्वनि संचारण में सफलता नहीं मिल रही थी।
उस दिन पता नहीं तारों का कैसा संयोग बन गया। काम करते – करते बेल की पैंट पर हल्का तेजाब गिर गया और उन्होंने वॉट्सन को मदद के लिए पुकारा और वॉट्सन ने उनकी आवाज़ को अपने पास रखे यंत्र से आते हुए सुना और……. बाकी तो इतिहास है।
यह दो व्यक्तियों के बीच पहली बार टेलीफोन पर की गई बात थी जिसमें बेल अपने सहायक थॉमस वाट्सन को कहते हैं- “मिस्टर वाट्सन, यहां आओ, मुझे तुम्हारी जरूरत है।” (“Mr. Watson, come here, I want to see you”.)
टेलीफोन की खोज़ के तुरंत बाद बेल ने इस का पेटेंट करवा दिया और 1877 में एक टेलीफोन कंपनी खोल ली जो जल्द ही बहुत अमीर हो गई। आज बेल की कंपनी को AT&T के नाम से जाना जाता है।
अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की शिक्षा
बेल स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग (Edinburgh) शहर में पैदा हुए थे। उन्हें पिता प्रोफेसर थे जिन्होंने बेल को प्रारंभिक शिक्षा घर में ही दी। बाद में उन्हें हाई स्कूल और एडिनबर्ग की युनिर्वसिटी में भी दाखिल करवाया गया।
ग्राहम बेल की विलक्षण प्रतिभा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे महज तेरह वर्ष की उम्र में ही ग्रेजुएट हो गए थे।
अलेक्जेंडर ग्राहम बेल के अन्य कार्य
पूरी दुनिया ग्राहम बेल को टेलीफोन के आविष्कारक के रूप में ही जानती है किंतु उन्होंने तकनीक और विज्ञान के क्षेत्र में कई और कार्य भी किए हैं। उनके ज्यादातर कार्य ध्वनि विज्ञान और इससे संबंधित यंत्रों से ही संबंधित थे। ग्राहम बेल के आविष्कार ऐसी तकनीक पर आधारित है जिनके बिना संचार-क्रांति की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
- Metal Detector की खोज़ – Metal Detector की सहायता से किसी जगह में धातु का पता लगाया जा सकता है। अब तक कई तरह के मेटल डिटेक्टर बन चुके है, पर पहला मेटल डिटेक्टर ग्राहम बेल ने ही बनाया था।
- Audiometer की खोज़ – ऑडियोमीटर की सहायता से devices में sound problems का पता लगाया जा सकता है।
- उन्होंने हवाई जहाज बनाने और ऑप्टिकल-फाइबर सिस्टम की तकनीक पर भी काफी रिसर्च की।
- 1919 में 72 साल की उम्र में बेल ने पानी पर चलने वाला एक यान हाइड्रोफोइल बनाया जिसने उस समय पानी पर रफ़्तार का विश्व रिकॉर्ड बनाया।
- ग्राहम बेल को बहरे लोगों से काफी लगाव था क्योंकि उनकी मां, पत्नी और एक खास दोस्त बहरे थे। उन्हें इस बात की काफी निराशा भी होती थी पर उन्होंने अपनी निराशा को एक सकारात्मक मोड दिया और बहरे लोगों के लिए एक ऐसा यंत्र बनाने में कामयाब हुए जिससे जो आज भी बहरे लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है।
- उन्होंने एक ऐसा यंत्र बनाया जिसकी सहायता से समुंद्र में बर्फ के तोदों का पता लगाया जा सकता है।
अलेक्जेंडर ग्राहम बेल से जुड़े रोचक तथ्य
1. आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ 16 साली की उम्र में यह खोज़ी वैज्ञानिक एक music teacher के रूप में मशहूर हो गया था।
2. लगभग 23 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसा पियानो बनाया था, जिसकी मीठी आवाज काफी दूर तक सुनी जा सकती थी।
3. पहला transcontinental telephone call अर्थात् एक महाद्वीप के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहला टेलीफोन काल 15 जनवरी 1915 को हुआ था जिसमें बेल ने थॉमस वाट्सन से बात की थी। बेल उस समय अमेरका के पूर्वी तट पर बसे New Your City में थे और थॉमस पश्चिमी तट पर बसे San Francisco शहर में। जानते हैं बेल ने फोन पर क्या कहा? “वॉट्सन, यहाँ आओ, मुझे तुम्हारी ज़रुरत है”। वॉट्सन का जवाब था – “सर, मैं आपसे 3000 किलोमीटर दूर हूँ और मुझे वहां आने में कई दिन लग जायेंगे!”
4. टेलीफोन की खोज़ के बाद बेल अपने कमरे में टेलीफोन को रखना पसंद नही करते थे क्योंकि उनके अनुसार यह उनके काम में बार – बार खलल डालता रहता है।
5. बेल की मृत्यु एनीमिया बिमारी की वजह से हुई थी। उनकी मृत्यु के बाद पूरे उत्तरी अमेरिका की सभी telephone lines को बेल के सम्मान के रूप में 2 मिनट तक बंद किया गया था।
Hetram says
Shahil kumar ji mujhe titanic ke bare me bataai ki jack and rose real me huai hai ak you tube channel me jack and rose ki photo dikhai ja rahi hai
Sahil kumar says
यह totally fake है हेतराम जी। YouTube पर 95% कचरा भरा हुआ है।
AP Bharati says
Very good
mahesh says
Aapko yah kahani kisne batai
Sahil kumar says
किताब से पढ़ी।
Vishal says
Awesome
hilu_hbp says
Isme upar likha hai ki….mr.bell apne kamre me or sahayak upri manjil pe kaam. Kar rahe the or tejaab gir gaya. Or mr.bell ne kaha ni..or niche likha hai ki un domo ke bich me 3000km ki duri thi…dono point me difference hai..
Sahil kumar says
आपने दोनों घटनाओं में अंतर नहीं देखा। पहली घटना 1876 में हुई है और दूसरी 1915 में।
Ram Dass says
bahut badiya jankaari hai ji…
Anmol says
Rochhak com nice knowledge