चंगेज खान एक बहुत क्रूर और कुशल मगोलियाई सम्राट था जिसने अपनी युद्ध कुशलता से सन 1206 से 1227 के बीच एशिया और यूरोप के एक बड़े हिस्से को जीत लिया था। चंगेज खान का नाम सुनकर अच्छे – अच्छे सुरमाओं के पसीने छूट जाते थे।
चंगेज खान और उसकी सेना जिस भी क्षेत्र से गुजरती थी, अपने पीछे बर्बादी की कई कहानियां छोड़कर चली जाती थी।
पेश है इस क्रूर शासक के जीवन, युद्ध कुशलता और अत्याचारों से जुड़ी 13 बातें
1. चंगेज़ खान का जन्म और बचपन
चंगेज खान का जन्म सन 1162 के आसपास मंगोलिया के एक ख़ानाबदोश कबीले में हुआ था।
चंगेज ख़ान का पिता यंगुसी – बगातुर उनके कबीले का सरदार था। जब चंगेज ख़ान मात्र 10 वर्ष का था तो उसके पिता का देहांत हो गया और अपनी पत्नी और सात बच्चों को अनाथ छोड़कर चला गया।
अनाथ होने के बाद भी चंगेज ख़ान मेहनत करता चला गया और बढ़ता चला गया। कबीले के सरदार का पुत्र होने की वजह से ही वो बचपन से युद्ध की बारीकीयां सीखता रहा।
बचपन में चंगेज ख़ान बहुत गुस्सैल था। एक बार उसके एक छोटे भाई ने उसकी एक मछली चोरी करके खा ली, इस पर चंगेज को गुस्सा आ गया और उसने अपने भाई को मार दिया।
2. चंगेज ख़ान का धर्म – वो मुसलमान नही था
‘चंगेज़‘ नाम के साथ ‘ख़ान‘ लगा होने की वजह से अधिकतर लोग यह मान लेते है कि वह मुसलमान था, जब कि ऐसा नही है।
चंगेज़ ख़ान का असली नाम ‘तेमुजिन‘ था।
चंगेज़ ख़ान ने अपनी कुशलता से शुरू से अपने कबीले में अच्छा खासा प्रभाव बना लिया था। मंगोलों की सभा ने उसे अपना सरदार घोषित कर दिया और ‘कागान‘ की उपाधि दी जो आगे चलकर ख़ान में बदल गया। ‘कागान’ का अर्थ होता है सम्राट जा सरदार।
‘चंगेज़‘ नाम उसे बाद में मिला जब कई कबीलों ने उसकी अधीनता स्वीकार कर ली और पृथ्वी का एक बड़ा क्षेत्र उसके कब्ज़े में आ गया। ‘चंगेज़’ शब्द का अर्थ होता है विश्व का समुद्र।
तुमेजिन अब ‘चंगेज़ ख़ान’ बन चुका था जिसका मतलब होता है ‘विश्व सम्राट‘।
3. ऐसे की थी अपने विजय अभियानों की शुरूआत
तुमेजिन जब कागान जा ख़ान बना तब उसकी उम्र 51 साल हो चुकी थी। इस उम्र में ज्यादातर आदमी शांति और आराम चाहते है पर उसके लिए तो यह विजय यात्रा के जीवन की शुरूआत थी।
एक कहानी के अनुसार एक बार चंगेज़ ख़ान शिकार से वापिस लौटकर जब अपने ठिकाने पर पहुँचता है तो अपनी जवान पत्नी को गायब पाता है। बाद में उसे पता चलता है कि एक दुश्मन कबीले के लोगों ने उसकी पत्नी का अपहरण कर लिया है।
इसके बाद चंगेज़ ख़ान अपने कबीले के लोगों को संगठित कर अपनी पत्नी को छुड़ाने के लिए कई लड़ाईयां लड़ता है। अपने बीबी के मिल जाने के बाद भी अपनी जीतों से उत्साहित होकर लड़ाईया जारी रखता है और दुनिया में सबसे ज्यादा क्षेत्र जीतने वाला सम्राट बन जाता है।
4. जीता था 3 करोड़ 30 लाख वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र
चंगेज़ ख़ान ने 1206 से 1227 के बीच दुनिया के एक बड़े हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया जिसका क्षेत्रफल लगभग 3 करोड़ 30 लाख वर्ग किलोमीटर था। इतना क्षेत्रफल पूरे थल भाग का 22 प्रतिशत है और वर्तमान भारत से 10 गुणा ज्यादा।
चीन से लेकर बुखारा (उज़्बेकिस्तान), समरकंद (उज़्बेकिस्तान), रूस, अफ़गानिस्तान, ईरान, इराक, बुल्गारिया और हंगरी तक चंगेज़ ख़ान का साम्राज्य फैला हुआ था। इतना क्षेत्र आजतक कोई भी दूसरा सम्राट नही जीत सका है।
5. चंगेज़ ख़ान की युद्ध कुशलता
मंगोलिया के ख़ानाबदोश लोग बड़े ताकतवर थे। लेकिन इनकी ताकत इनके ज्यादा काम ना आती, अगर इन्होंने एक योग्य सरदार पैदा ना किया होता। यह योग्य सरदार था चंगेज़ ख़ान ।
चंगेज़ ख़ान बड़ी सावधानी और समझदारी से युद्ध करता था। उसने अपने सैनिकों को खास तरह की ट्रेनिंग दे रखी थी। सबसे ज्यादा वह घोड़ों को सिखाता था और इस बात का ख़ास इंतज़ाम किया था कि युद्ध में एक घोड़ा मरने के बाद दूसरा फौरन सैनिकों के पास पहुँच सके क्योंकि उस समय युद्ध में तेज़ी के लिए घोड़ों का बहुत ज्यादा महत्व था।
युद्ध में भले ही चंगेज़ ख़ान की सेना विरोधी सेना से कम होती पर अपने पक्के अनुशासन और संगठन के कारण जीत चंगेज़ ख़ान की सेना की ही होती।
6. चार करोड़ लोगों की मौत का जिम्मेदार था चंगेज़ ख़ान
चंगेज़ ख़ान को एक तो उसके साम्राज्य विस्तार तो दूसरा उसकी क्रूरता के लिए जाना जाता है। अपने विजयी अभियानों के दौरान वह जिस भी क्षेत्र में जाता शहरों के शहर तबाह कर देता और खूब मार – काट करता।
एक अनुमान के अनुसार उसने अपने समय की 11 फीसदी आबादी का सफाया कर दिया जो तकरीबन 4 करोड़ बनती है।
उसकी बर्बरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने सन 1219 में ईरान पर हमला कर वहां की 75 प्रतिशत आबादी का समूल खात्मा कर दिया।
उज़्बेकिस्तान के बड़े शहर बुखारा और राजधानी समरकंद पूरी तरह जला कर राख कर दी। बुखारा की 10 लाख की आबादी में से सिर्फ 50 हज़ार लोग ही जिंदा बचे थे।
इतिहासकारों के अनुसार चंगेज़ ख़ान के हमले के समय जितनी आबादी पूरे ईरान की ती, उतनी आबादी वापिस होने में 750 साल का लंबा समय लगा।
चंगेज़ ने जब चीन की दीवार को भेदकर उसकी राजधानी बीजिंग पर कब्ज़ा किया तो उसके बाद चीन की जनसंख्या में बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।
इन बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चंगेज़ ख़ान कितना क्रुर और निर्दयी था।
7. चंगेज़ ख़ान भारत आते – आते लौट गया
चंगेज खान ने ईरान में जिस राजा ख़ारज़म पर हमला किया था उसका लड़का जलालुद्दीन भागकर सिंध नदी तक चला आया और दिल्ली दरबार में आश्रय लेने के लिए चला गया।
उधर दिल्ली के सुल्तान इल्तुमिश ने चंगेज़ ख़ान के डर से जलालुद्दीन को आश्रय देने से मना कर दिया।
पहले चंगेज खान की योजना थी कि वह भारत को रौंदते हुए भारत के बीच से गुजरे और असम के रास्ते मंगोलिया लौट जाए। पर दिल्ली के सुल्तान इल्तुमिश के हार मानने के बाद और बीमारी के कारण वह वापिस लौट गया।
इस तरह उत्तर भारत एक संभावित और भयानक बर्बादी से बच गया।
8. वासना का भूखा चंगेज़ ख़ान
चंगेज खान जिस भी क्षेत्र को जीतता था उसके पराजित योद्धाओं की पत्नियों और बेटियों की नंगन परेड़ कराता था। वह उन स्त्रियों का चयन करता था जिसके साथ उसे हमबिस्तर होना होता था।
महिलाओं को वह उनकी छोटी नाक, गोल नितंब, लंबे रेशमी बाल, लाल होंठ और मधुर आवाज़ से पसंद करता था। बाकी बची स्त्रियों को अपने अधीनस्थ अधिकारियों और सेनापतियों की छावनियों में भेज देता था।
9. जीवित हैं चंगेज़ ख़ान के 1.6 करोड़ वंशज
चंगेज़ ख़ान की कई पत्नियां थी। इतिहासकारों के अनुसार चंगेज़ ख़ान हज़ारों का नही तो कम से कम सैंकड़ो बच्चों का बाप था।
रूस की एक एकेडमी ने मंगोलिया के सीमाई क्षेत्र में रहने वाली जनसंख्या के टिश्शूओं के नमूनों की जांच में पाया कि आज भी चंगेज़ के 1 करोड़ 60 लाख पुरूष वंशज जीवित हैं। अगर महिला वंश्जों को भी इसमें जोड़ लिया जाए तो यह संख्या दूगनी हो जाएगी।
इसका मतलब है कि पृथ्वी पर लगभग 3 करोड़ लोग ऐसे है जिनके दादा के दादा के दादा . . . . और नानी की नानी की नानी . . . . का पिता चंगेज़ ख़ान था।
10. चंगेज़ ख़ान का धार्मिक दृष्टिकोण
धार्मिक मामलों में चंगेज खान बड़ा दयालु था। वह सभी धर्मों का सम्मान करता था।
चंगेज़ एक विचारधारा शमाबाद को मानता था जिसे आप उसका धर्म कह सकते है। शमाबाद में ‘नीले आसमान‘ की पूजा होती है।
चंगेज़ खान ताओ धर्म गुरूओ से भी खूब ज्ञान – चर्चा किया करता था।
अपने मरने तक चंगेज खान शमाबाद पर ही कायम रहा और जब भी कठिनाई में होता तो नीले आकाश की तरफ देखता था।
चंगेज़ को बाज़ पालने का शौक भी था। उसके पास तकरीबन 800 ब़ाज थे।
11. चंगेज़ ख़ान की मौत
यह कोई नही जानता कि चंगेज़ ख़ान की मौत क्यों हुई और उसे कहां दफनाया गया था जा जलाया गया था।
एक कहानी के अनुसार घोड़े से गिरने की वजह से उसकी मृत्यु हो गई थी।
चंगेज खान 1227 में 65 साल की उम्र में एक बड़ा इतिहास अपने पीछे छोड़ कर इस दुनिया से चला गया।
12. चंगेज़ ख़ान के उत्तराधिकारी
चंगेज़ खां की मृत्यु के बाद उसके लड़के ओगताई ने मंगोल साम्राज्य की गद्दी संभाली। चंगेज़ खान के मुकाबले वह दयावान और शांतिप्रिय था। वह कहा करता था- ‘हमारे कागन चंगेज़ ने बड़ी मेहनत से हमारे शाही ख़ानदान को बनाया है। अब समय आ गया है कि हम अपने लोगों को शांति दें’।
चंगेज़ ख़ाँ के मरने के बाद भी उसका साम्राज्य 200 साल तक टिका रहा।
13. चंगेज़ खान का मकबरा
चंगेज़ खान जिस मंगोलियाई संस्कृति से आता है उसमें व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसे दफ़नाने का रिवाज है।
चंगेज़ खान के कबीले के रिवाज के अनुसार किसी व्यक्ति को दफनाकर उसके मक़बरे का कोई निशान नहीं छोड़ा जाता। चंगेज़ ने भी इसी रिवाज का पालन किया।
उसने तो अपने सैनिकों से यह कहा दिया कि उसकी मृत्यु के बाद उसे एक गुमनाम जगह पर दफना दिया जाए और उसकी शवयात्रा देखने वाले हर इंसान को मौत के घाट उतार दिया जाए।
इस कारण से 1227 में उसकी मौत के बाद से अब तक कोई भी चंगेज़ खान के मक़बरे की स्थिती के बारे में नहीं जानता है।
खान के मक़बरे को ढूंढने की बहुत कोशिश की गई। लेकिन कोई भी ठोस सफलता हासिल नहीं हुई।
मंगोलिया के विशाल क्षेत्रफल के कारण कुछ लोगों की सहायता से खान के मकबरे को ढूंढना बेहद ही मुश्किल है। इसलिए हाल ही में 10,000 वालंटियरों की सहायता से चंगेज़ खान की संभावित कब्रगाह वाले विशाल स्थान की 84,000 सेटेलाइट तस्वीरें ली गई।
इतने डाटा को जांचने के बाद खोजकर्ताओं की निगाह एक वर्गाकार ढांचे पर जा टिकी, जो खान के समय के मकबरों की तरह बना हुआ है।
कुछ लोगों के अनुसार यह ढांचा खान का मकबरा हो सकता है। पर इस बात के लिए अब तक कोई ठोस प्रमाण मौजूद नहीं है।
इसके सिवाए यह इलाक़ा एक ऐसे एरिया में हैं, जहां बाहरी लोगों का जाना मना है।
निष्कर्ष
तैमूर और गज़नवी को महान बताने वाले अरब और ईरानी लेखकों की नज़र में चंगेज़ खाँ एक दानव था। इसमें कोई शक नही कि चंगेज़ खाँ एक जालिम शासक था। पर उस समय के दूसरे शासकों और उसमें कोई ज्यादा अंतर नही था। भारत में मुस्लिम बादशाह यही कुछ करते थे।
गौर करने वाली बात यह है कि जहां चंद्रगुप्त, सिकंदर और अकबर जैसे राजाओं ने प्रदेशों को जीतने का काम जवानी में पूरा किया था वहीं चंगेज़ ख़ान ने 41 वर्ष की आयु में अपने विजयी अभियान की शुरूआत की। इससे हम निष्कर्ष निकाल सकते है कि चंगेज़ खाँ ने जवानी के जोश में एशिया को नही रौंद डाला। वह अधेड़ उम्र का एक होशियार और सावधान आदमी था और हर काम को हाथ में लेने से पहले उस पर विचार कर तैयारी कर लेता था।
Rajiv Kumar says
I think that history is a boring subject but it’s interesting Thanks bro
kumkumdpandey says
Achhi jaankkaari h, Abhi tk mujhe bhi yahi pata tha ki changed Khan Muslim tha…Khan title ki wjh se..but aaj pata Chala ki wo to Buddhist tha..thanks bro…for knowledgebl information
Sahil kumar says
वो बौद्ध नहीं था कुमकुम जी। पोस्ट में चंगेज़ खान के धर्म के बारे में स्पष्ट बताया गया है।
Durgesh kumar says
वो बौद्ध धर्म का नहीं था, भाई साहब
apple choudhary says
अच्छा आर्टिकल था। ओर ऊपर वाले का शुक्र है चंगेज़ भरक्त नही आया । मुझे एक बात जननी है। कहते हैं कि मंगोलों को भारत आने से मुग़लो ने रोका क्या यह सही है
Sahil kumar says
मुगल तो तब थे ही नहीं अपल जी। खिलजी की मंगोलो से कुछ लड़ाइयां जरूर हुई थी।
Ashok says
aacha article h
bahut saare article pade h par ye aapka bala lajabab h sir ab mai aapki site se hi pada karunga
mobile aap nahi h koyi aapki
sir… photos real hoti h inki kya ?
reply jarur krna
Sahil kumar says
Real nahi hoti Ashok ji, ye inke history ke doran banaye gye chitra hote hain.
Vinay says
Changej khan ki kitni biwiya thi
Or aisa bhi bolte hai ki hum sabhi Indians changej khan ke wansaj hai
Sahil kumar says
उसकी बीवियों की संख्या अज्ञात है, जैसे कि लेख में बताया गया है। यह बात गलत है कि सभी भारतीय चंगेज़ खान के वंशज है। चंगेज़ ख़ान तो महज 800 साल पहले हुआ, क्या उससे पहले भारतीय नहीं थे?
Dinesh rana says
No Indians ek alag prajati h jinka Mongolian se Koi connection nhi h
Or changez to India aaya hi nhi ha Pakistan tak changez ka rule tha
Indus (sindhu) river se west m
Janak Dalal, Ahmedabad says
I just accidentally came to your site. Very useful information in brief. It seems you are doing hardwork. Thanks.
Sahil kumar says
Thanks Janak Ji.
S.K. Sharma says
good very good , Sahil ji , please vikrama ditya ke bare m bhi likhiye
md nizamuddin reza sitamarhi bihar says
waw good very good. kya baat hai. padhkar mazza aagaya thank you rahul sir.
Saurabh pandit says
Shukra manye changez Khan ki would chandra gupt maurya ke samay nhi tha nhi toh sale ka ata pta kahi
Nhi chatla
Chandra gupt ki sena uska
Nashta kar dalti us ki sena samet
dheeraj pachori says
aha kitna sundar article hai man karta hai subah shayam &dopahar rt utaru
Rahul sharma says
Sir apka article padkar maja a gya such mai apki wabsite gajab h ab se mai sirf aur sirf apki website par hi history pada karuna thank bhai
Sahil kumar says
Thankyou Rahul ji.
HP YADAV says
NICE ARTICLE AND GOOD WEBSITE.
Mohit says
nice information changez was the most cruel and destructive ruler ever..
Vijay says
Agar Changez khan Muslim hota to mangol country me Muslim log hote but present mangol me
Muslim 3% hai aur Buddhism 53%
Isase pata chalata hai ki Changez khan Muslim nahi tha
Example Arab country me Muslim
Aur Bharat me Hindu
Ram maurya says
Nice
piraji kad says
Changij khan was great buddhist.
He was son of lord goatam buddha
Sahil kumar says
चंगेज़ ख़ान और बौद्ध धर्म दोनों विपरीत चीजें है। इसके सिवाए भगवान बुद्ध चंगेज़ ख़ान से 16-17 सदियों पहले हुए थे, तो फिर वो उनके पिता कैसे हो सकते है।
Varun says
Changej khan ki tulna bhagwan Buddha se Karni galat hogi.
Rajiv Kumar says
Never compare changez khan to lord Buddha. Because lord Buddha was so kind and changez khan was his opposite
arun kumar singh says
changez khan ka samkalin kaun tha
Sahil kumar says
कुतुबद्दीन एबक।
vineet singh says
aapki ye article gazab hai bhai ye story history channel par bhi diya tha good job brother mind blowing and thank you very much
aryan dewangan says
very good work bro. shahil ji
mujhe ye jankari padhkar acchha lagaa.
ab acchhe shasak baare jankari dena. bro.
mujhe intejar rahga tumhara .artical ka.
thank bro .
kya mujhe uski patni ka naam aur uske bacche ka naam aur kis desh ka tha uski jankari mil sakta hai. .@ thank bro
khan Altamash says
Confirm to nhi hai mager bhout se books mai wo phale to muslim nhi mager marte waqt ysne islam kubool kiya tha pata nhi sahi hai ya galat baaaki mangola wale bhout khtrank the accha hua allaudin khilji or althtutmashi the india mai warna mangola wale to india ka naksha badal dete ….
Sahil kumar says
जिस समय चंगेज़ ख़ान था उस समय अलाउद्दीन खिलज़ी नही थी। और वो भी शायद उसे ना रोक पाता।
nazmuddin mabood says
No Alauddin khilji was the sultan of delhibat the time of Genghis khan..confirm 100percent no doubt has study somewhere but cant give you reference right now
Sahil kumar says
श्रीमान आप यह इंटरनेट पर चैक कर सकते हैं।
Atul says
Dear, Even Khliji Dynasty was not started till the sack of Baghdad in 1258. Mongols were not Muslims but yed they had destroyed Asia Miner.
Rajjak khan maliya says
vo apne aap ko khuda ka abhisap manta tha usne khlifa ka mardar kiya tha ak jut ki bori me dal kr kyoki mana jata tha ki agr khlifa ka mardar krega to dharti ft jayrgi is karn usne jut ke bore dall kr mardar kiya tha khalifa muhmmand shib ke utra dhikari mane jate the
Faheem khan says
Aap shahi bol the ho usne Islam qabool kiya kyu ki usi time Islam bahot tezi se fail rha tha . Maine aur bhi book pari hai but usme kuchh aur bhi likha hai ki India me raaz kiya tha
Subhash says
Changes Khan ne Islam kabool nahi kiya tha par uske baad uske bete ne Islam kabool kiya tha
Ebrahim Ansari says
मंगोल शासक (चंगेज खान) पहले बौद्ध थे, लेकिन बाद में धीरे-धीरे तुर्कों के सम्पर्क में आकर उन्होंने इस्लाम को अपना लिया।,,,, गलत आर्टिकल लिखा है। 60% गलत है
Anurah says
Changed khan Buddha dharma ka hi tha
Robust Anna says
मैं बचपन से इस वीर योद्धा की कहानी सुनता आया हूँ, उसकी दिलेरी, बहादुरी और लाजवाब ताक़त उसे दुनिया का सबसे बड़ा एकमात्र शासक बनाता हैं. दुनिया का कोई भी योद्धा उनके सामने चींटी की बराबर हैं
Atul says
mangols were responsible for Sack of Bagdad 1258-59.
IMTIYAZ BALOCH (ADVOCATE), AMRELI says
VERY GOOD…
BAHUT I BADHIYA JANKARI MILI.
Shahrukh says
Changes khan musalman nahi tha tujhe kaise malum tu jab waha tha kya wo jab payda huwa
Sahil kumar says
आप पैदा हुए होंगे, आपकी बातों से तो मुझे ऐसा ही लगता है। आपने तो उसका खतना होते हुए भी देखा होगा।
कुमार सौवीर, लखनऊ says
गुड
जैसे को तैसा
aryan dewangan says
acchha comment diya
Tejas says
Hehehehehe sahi bola sir aapne ….
Ghalib says
History padho tab na kuch pata chale.
Ager changez khan mulim hota to uska suputr (pota) Halaku khan Baghdad per attack karke Kyun isko barbad karta, aur lakhon musalmano ka qatl karta, jab ke us waqt wahan Islami Raaj tha.
Ghalib says
Bhai ji! Ager changez khan muslim hota to wo Samarqand, Bukhara,kharzim aur Turkistan jaise countries per Kyun attack karta, aur wahan musalmano Ko Kyun marta, Masjid aur Quran Kyun jalata???
For further information you can search, and remember don’t tell anything without knowing the truth.
veer sukhwant says
nice sirji..kya aap sikandar ke horse ka name bta sakte hai
Sahil kumar says
बुसेफालस (Bucephalus)
jasbeer singh says
Samrat Ashok bhi changej khan se kam nhi tha
Sahil kumar says
किस आधार पर कह रहे हैं आप, या फिर किसी वामंपथी के विचार पढ़ कर कमेंट किए हैं? अपनी गलती पर पछतावा करके भलाई करने वाला दोषी नहीं रह जाता।
Abhi singh says
Very nice story and will read the story the life story of changez khan
vittu says
आप अपने ब्लॉक में जो कुछ भी लिखते हैं उन सब का स्रोत क्या है ??कृपया कर बताएं.
Sahil kumar says
इंटरनेट और किताबें।
abhishek bhardwaj says
bhaut achha lga etna sab jan kar apki website par hi itna clear sab mila hai thank u soo much nd very gud job
Jaya says
Bhut badiya thank you
subhash chander says
Bhut ache sir………………..i am proud of you…………………..
PATEL SHAILESH P says
Aap k jaise gyan batne valo se bachho ko history k bareme bari k se jankari milti hai jo unke jivan me aage bahut fayde mand sabit hoti hai thanks
irfan khan says
good job bro
Susheel Kumar Meena says
Apki jankari theek hai. Kya koi hulaku nam ka yoddha bhi tha? agar tha to uske bare mai jankari jarur dain.
Rival says
Hi sahil very knwldgfl inform thank lot keep it up few critics but lot admire again thanks nice job
Jyoti Gupta says
Taimurjyoti ka janm ho gya ab changej ka janm hoga
Anonymous says
It’s a very good history
virajkdkhan says
very nice article and thanks bro
Ridhima says
Thanks bro inquiry ke liye
✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✋✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏✏
Nice
✏✏✏✏
Chahat Bharti says
Good good I like it
Amit says
Nice 100/ shi h
Vivek says
Nice information, Read thoroughly.
Way of writing is too good
inderjit says
Good knowledge
Anonymous says
Babar ki ma चंगेज़ खान ke khandan me se thi.
Sahil kumar says
बिलकुल, बाबर की मां चंगेज़ की 13 वंशज थी।
Nagesh Singh says
Ye jaankaari Jhuti Hain,, Changej Khan Muslim Tha,,, Ye Bat Wikipedia Aur Bharatdiscovery Dono Me Hain,,, Usi Ka Vanshaj Samrat Akbar Aur Humayu Tha,, Ek Bar Jaankaari Check Kar lo
Sahil kumar says
अरे भाई उसके वंशज अकबर और हुमाउं जरूर थे पर वो मुसलमान नहीं था।
Bijendra says
Khan kisi bhi Arabi Muslim ka title nahi hota…. Khan ek upaadhi thi…. Mangol log us samay baudh dhram se sambandhit the. Wah Muslim Kahi se nahi tha…. Aur Dharma ke abhiyan par nahi nikala tha. Usane sabase jayada tabahi Arab aur bagadad main machai aur Muslim khalifa Ko babagdad chhod Bhagana pada tha.
jasdev singh says
Very valuable knowledge.
Anonymous says
Nice article, keep sharing …
Yash Varman says
Its genghis kahn not changej khan
Sahil kumar says
यह जानबूझकर लिखा गया है, हिंदी लहज़े के लिए।
mohil says
Thanks jankari dene me like
Sayyed Shammi says
I want tell u for ur info Muslim king is not like changej khan changej khan was cruel bt Muslim king is so generous
Sahil kumar says
सईद जी निष्पक्ष रहना सीखिए, तैमूर, बाबर आदि इसी की औलादें थी।
Biru says
Taimur aur jagnavi ki history padho..
kuldeep says
झूट है सब मुस्लिम शासकों जितना क्रूर और कोई भनानहीं हुआ और दागाबाज़ भी
azam khan mewati says
Abe yaar changej khan muslman tha ager bah muslman nahi hota Babar ne use apna purbaz kyu bataya mugal samarajy pdo OK bhai muslmaan tha OK
Sahil kumar says
आज़म जी चंगेज़ ख़ान के धर्म के बारे में ऊपर विस्तार से बताया गया है तो फिर फालतु की बहस क्यों कर रहे हैं। भारतीय उपमहाद्वीप पर रह रहे 90 प्रतीशत मुसलमानों के पूर्वज हिंदु थे तो क्या आप उन सभी को मुसलमान मान लेंगे।
Kriahnkumar Lodhi says
Changej Khan ke father ka kya name tha
Sahil kumar says
Yesugei
Dilip Sutariya says
Are dear, Muslim kings were completely same as Chagez Khan. You can read Indian history, who were the most cruel and destructive rulers in India? Who destroyed Temples ? and so on.
Anonymous says
Bahut hi achi jankari he
shivani chouhan says
Bhout hi achchi jankari hai very nice
sanjay kumar says
Nice .good work
victor says
good
Mani says
1162 dob of temujin….
Lalit says
good work yrrr
bhuwan singh says
nice yaar kuch is tarah ki jankaari dete rahna
adlam says
Nikola tesla ke bare me koi zaankaari ho to btao bhai
akash sharma says
bahut acchi gk sir salute u
udayansharma.sharma@gmail.com says
बहुत अच्छी जानकारी एवं प्रयास आपका साहिल जी !
MS Rawat says
Horrable king in the history
rajesh says
Chankeg Khan – The Great Worrior! I want to know about him since long and your article provided me the opportunity. Thank you for great piece of information.
Sandesh Hiwale says
सम्राट अशोक भी महान शासक रहे है … उनके बारें में लिखिए
nadeem says
Bahut hi achchi jaankari hai nice
Rohit says
Agar Wo 1165 mei paida hua and 1227 mei mara to uski Umar 65 saal huyi naa but tumne bataya ki Wo 72 saal Ka mara. Iss point ki correction karo
Sahil kumar says
रोहित जी चंगेज खान की मृत्यु के साल की पक्की जानकारी है पर जन्म की नहीं। उसकी जन्म 1156 से 1165 के बीच माना जाता है।
Anonymous says
27+35=62
krishan kant says
very very nice ocean of information
paresh says
very nice article brother. good work.