मंगल ग्रह सूर्य से चौथा तथा सातवां बड़ा ग्रह है। इसकी सूर्य से औसतन दूरी लगभग 22 करोड़ 79 लाख किलोमीटर है। इस ग्रह का व्यास तकरीबन 6794 किलोमीटर है।
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मंगल ग्रह से जुड़े 20 रोचक तथ्य
1. यूनानी लोग मंगल ग्रह को Ares(एरेस) कहते हैं और इसे युद्ध का देवता मानते हैं। शायद लाल रंग के कारण मंगल को यह नाम दिया गया है।
2. मंगल ग्रह की मिट्टी में लौह खनिज की जंग लगने के कारण यह लाल दिखता है।
3. मंगल ग्रह की सूर्य के ईर्द-गिर्द कक्षा दिर्घवृत (अंडाकार) है। इसके कारण मंगल के तापमान में सूर्य से दूरस्तिथ बिंदु और निकटस्थ बिंदु के मध्य 30 डिग्री सेल्सीयस का अंतर है।
4. मंगल पर भेजे गए यानों ने जो जानकारीया दी हैं उनके अनुसार मंगल की सतह काफी पुरानी है तथा क्रेटरो से भरी हुई है। परन्तु कुछ नयी घाटीयां, पहाड़ीयां और पठार भी है। (क्रेटर किसी खगोलीय वस्तु पर एक गोल या लगभग गोल आकार के गड़्ढे को कहते हैं।)
5. मंगल की सतह पर किसी द्रव वस्तु के बहने के साफ सबूत मिले हैं। द्रव जल की संभावना अन्य द्रव पदार्थों से ज्यादा है। मंगल पर भेजे यानों के द्वारा दिए गए आंकड़ों से साफ होता है कि मंगल पर बड़ी झीलें या सागर भी रहे होंगे।
6. सौर मंडल का सबसे बड़ा पर्वत मंगल पर ही है। इसको ओलिंप मोन्स नाम दिया गया है और यह 24 किलोमीटर ऊँचा है।
7. मंगल ग्रह का औसतन तापमान -55 डिग्री सेल्सीयस है। इसकी सतह का तापमान 27 डिग्री सेल्सीयस से 133 डिग्री सेल्सीयस तक बदलता रहता है।
8. Mangal Grah का व्यास पृथ्वी के व्यास का लगभग आधा है परन्तु मंगल पर उपलब्ध भूमि पृथ्वी पर उपलब्ध भूमि के बराबर है।
9. मंगल का एक दिन 24 घंटे से थोड़ा ज्यादा होता है। मंगल का एक साल पृथ्वी के 687 दिनो के बराबर होता है, यानि लगभग 23 महीने के बराबर।
10. मंगल के ध्रुवों पर पानी और कार्बन डायआक्साईड की बर्फ की परत है। उत्तरी गोलार्ध की गर्मियों में कार्बनडायआक्साईड की परत पिघल जाती है और केवल पानी की बर्फ की तह रह जाती है। मंगल की कक्षा में चक्कर काट रहे मार्स एक्सप्रेस ने इसको दक्षिणी गोलार्थ में भी होते देखा है। मंगल के अन्य स्थानों पर भी पानी की बर्फ होने की आशंका है।
11. जैसे हमारी पृथ्वी का उपग्रह चाँद है, इसी तरह मंगल के भी दो उपग्रह हैं – फोबोस और डीमोस। फोबोस का आकार डीमोस से बड़ा है।
12. यदि किसी व्यक्ति का वज़न पृथ्वी पर 100 किलो है तो मंगल ग्रह पर कम गुरुत्वाकर्षण की वजह से मात्र 37 किलोग्राम ही रह जाएगा। मंगल के उपग्रह फोबोस का गुरुत्वाकर्षण तो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का एक हज़ारवां हिस्सा ही है । पृथ्वी पर 100 किलो वज़न वाले व्यक्ति का वज़न फोबोस पर 100 ग्राम ही रह जाएगा।
13. फोबोस पूरे सौर मंडल में अपने ग्रह से सबसे कम दूरी वाला उपग्रह है। इसकी मंगल की सतह से दूरी मात्र 6000 किलोमीटर है जबकि हमारी पृथ्वी और चाँद के बीच की दूरी लगभग 3 लाख 84 हज़ार किलोमीटर है।
14. भले ही फोबोस, मंगल के दूसरे उपग्रह डीमोस से बड़ा है पर फिर भी इसकी गिनती सौरमंडल के सबसे छोटे उपग्रहों में की जाती है। फोबोस का औसत व्यास 22.2 किलोमीटर है और डीमोस का तो मात्र 12.6 किलोमीटर ही है।
15. यूनानी लोग फोबोस को शुक्र ग्रह का बेटा मानते हैं। फोबोस का ग्रीक भाषा में अर्थ होता है ‘भय’। फोबीया शब्द फोबोस से ही बना है। ग्रीक लोग इस उपग्रह को ‘भय का देवता’ मानते हैं।
16. फोबोस उपग्रह मंगल के आकाश में एक दिन में दो बार उदय हो कर अस्त होता है।
17. फोबोस हर 100 साल में 1.8 मीटर मंगल की और बढ़ जाता है। इस कारण अगले 5 करोड़ सालों में यह मंगल की सतह से टकरा जायेगा या फिर टूट कर मंगल के चारों ओर टुकड़ों में बिखर जाएगा।
18. फोबोस की सतह पर एक बड़ा क्रेटर स्टीकनी है जो इसके खोजकर्ता हाल की पत्नी के नाम पर दिया गया है।
19. Mangal Graha के यह दोनो उपग्रह शायद कभी भी मंगल यात्रा के लिए एक अंतरिक्ष केन्द्र के रूप में प्रयोग किये जा सकते हैं।
20. वर्तमान समय में मंगल ग्रह का राज जानने के लिए 8 अभियान काम कर रहे हैं। इन में से 7 अमेरिका द्वारा है। गर्व की बात है कि बाकी का एक अभियान भारत द्वारा है।
मंगल ग्रह के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मंगल ग्रह की खोज किसने की थी?
कई प्राचीन सभ्यताओं को मंगल ग्रह के एक तारा ना होकर एक ग्रह होने का ज्ञान था। इसलिए यह कहना मुश्किल है कि इस बात का पता सबसे पहले किसने लगाया था कि मंगल एक ग्रह हैं, क्योंकि इसे पृथ्वी से नंगीं आंखों द्वारा देखा जा सकता है।
मंगल ग्रह को सबसे पहली बार दूरबीन द्वारा 1610 में गैलीलियो गैलिली द्वारा देखा गया था। इसके 100 साल के अंदर-अंदर वैज्ञानिकों ने मंगल पर कई सफेद से दिखने वाले स्थान खोज लिए, जो कि इसके ध्रुवों पर जमी बर्फ की परत है।
इस ग्रह का ‘Mars’ नाम प्राचीन रोम के लोगों ने अपने युद्ध के देवता के नाम पर रखा था क्योंकि मंगल का लाल रंग खून का प्रतीक मालूम होता है।
पृथ्वी से मंगल ग्रह की दूरी कितनी है?
पृथ्वी से मंगल ग्रह की औसतन दूरी 22 करोड़ लाख किलोमीटर है। क्योंकि दोनो ग्रह सूर्य के ईर्द-गिर्द अंडाकार पथ पर घूमते है इसलिए दोनों ग्रहों की दूरी में अंतर कम-ज्यादा होता रहता है।
पृथ्वी से मंगल की कम से कम दूरी 5 करोड़ 46 लाख किलोमीटर होती है, जबकि ज्यादा से ज्यादा दूरी 40 करोड़ 10 लाख किलोमीटर होती है।
इसके सिवाए हमें इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि मंगल ग्रह के मुकाबले पृथ्वी का परिक्रमा पथ छोटा है क्योंकि पृथ्वी सूर्य से दूरी अनुसार तीसरा ग्रह है जबकि मंगल चौथा।
(Note – पोस्ट में उपयोग सभी चित्र विकीपीडिया से लिए गए हैं।)
मंगल ग्रह से जुड़ी ताज़ा जानकारियाँ
अमेरिका का मार्स मिशन 2020
31 जुलाई 2020 | अमेरिका ने एक नया मिशन मंगल ग्रह पर भेजा है। इसके तहत एक रोवर मंगल ग्रह की सतह पर उतर कर, वहां पुराने जीवन की जानकारी इकट्ठा करेगा। इसके सिवाए यह रोवर मंगल की सतह से पत्थर और मिट्टी को पृथ्वी पर भी लेकर आएगा।
इसके सिवाए नासा ने इस मिशन में एक छोटा हेलीकॉप्टर भी भेजा है। यह मंगल की सतह पर अकेले उड़ान भरने का प्रयास करेगा।
Update on 20 April 2021: नासा यह मिशन कामयाब हो चुका है। फरवरी 2021 को यह मिशन मंगल की सतह पर पहुंचा था और 19 April 2021 को इस मिशन में भेजे गए हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरने में सफलता हासिल कर ली। इस उड़ान का वीडियो आप निचे देख सकते हैं।
इनजेनिटी नाम का यह दो किलो का ड्रोन हेलीकॉप्टर हवा में एक मिनट से भी कम समय के लिए रहा, पर नासा इसे बड़ी कामयाबी मान रहा है। वह इसलिए कि यह किसी दूसरी दुनिया के एयरक्राफ्ट द्वारा संचालित और नियंत्रित पहली उड़ान थी।
Abhimanyu kumar says
Mars par kaun-kaun se gas hai please reply
Sahil kumar says
Carbon dioxide: 95.32 percent.
Nitrogen: 2.7 percent.
Argon: 1.6 percent.
Oxygen: 0.13 percent.
Carbon monoxide: 0.08 percent.
rishi says
मंगल गृह को east और साउथ के बीच नंगी आँखों से आसानी से देख सकते है ये शुक्र के बाद सबसे ज़्यादा लाल रोशनी में चमकने वाला दिखाई देता है..
Krishna says
साहिल कुमार जी आप ने जानकारी दी उसके लिए धन्य बाद .. अगर भारत के बैज्ञानिकों को कुछ जानना है अंतरिक्ष के बारे में तो कंही और न जा कर के सिर्फ़ चाँद में १५० किलोमीटर अंदर झाँक लें बहुत कुछ मिल जाएगा …. बाक़ी किसी ग्रह पे कुछ नही जानने को ……
shashikant says
fhobus mangal s kyu takra jaayega aisa kyun hoga tab toh moon bhi earth takra jaayega ?
Sahil kumar says
क्योंकि मंगल गुरूत्व के कारण फोबस को अपनी और खींच रहा है। शायद पृथ्वी का गुरुत्व इतना ताकतवर नही है कि वो चांद को अपनी और खींच सके।
Ausan singh says
How planet mars will effect the human beings
Sahil kumar says
किसी भी तरह से नहीं।
Rahul raj says
Sir,mars pr kya alians v hai, mars mission futtage ke aadhar pr kai saari mene photo dekhi hai. Kya wo sahi hai?
Sahil kumar says
ये मीडिया का प्रोपेगंडा होता है, वहां ऐसा कुछ नहीं है।
किरन मेहता says
क्या मंगल ग्रह में , कोई उन्नत सभ्यता निवास करती थी ?
और अगर करती भी थी.. तो वह सभ्यता कैसी होगी दिखने में..मंगल के ठंडे वातावरण के अनुसार ???
Sahil kumar says
किरन जी मंगल पर कोई सभ्यता नहीं रहती थी क्योंकि उन्नत सभ्यता होने के लिए ग्रह पर बहुत तगड़ी प्रस्थितियां चाहिएं। हां कुछ छोटे-मोटे बैक्टीरीया हो सकते है जिनकी अभी खोज़ नहीं हुई है।
Aditya.P.M says
Prathvi par jevan ke uttptti hone ke bad human being me gender ka change laser aya ?
Sahil kumar says
लिंग निर्धारण के लिए अलग अलग सिद्धांत दिए गए हैं। जैसे कि – क्रोमोसोम सिद्धांत, हार्मोन सिद्धांत और लिंग निर्धारण का संतुलन सिद्धांत।
Syam says
Mangal Par redioactive element kyo phale hotel gain?
Sahil kumar says
ऐसा तो कुछ भी नहीं है….
Alone World says
sir mujhe bhi pakka yakin hai ki mangle grah par uchh sabhyta ka vaas tha,…….
apane bahut hi sahi tarike se bataya hai………….thanks
pankaj kumar says
Kya mangal par vastav mein oxcigen nahi hai. yadi nahi hai to amrika doara chalaye ja rhe mission 2022 mein kitne bhi desho Ke log rajistration kara rahe hai. maNgal par jivan basane ke liye. Kya Ye sambhav ho paega.Please give me answer
Sahil kumar says
अभी तक तो कुछ नही कहा जा सकता है। मेरे ख्याल से ऐसा संभव नही हो सकता क्योंकि किसी ग्रह पर जीवन की शर्ते आसानी से पूरी नहीं की जा सकती।
Spsumeetpackaging@ail.com BHARAT. says
Kya insaan mars par rahe sakte hai.
Sahil kumar says
अभी तक तो इसके बारे में जानकारी नहीं है। पर वहां पे तापमान इतना कम होता है कि शायद यह मुमकिन नहीं है कि इंसान मंगल पर रह सके।
Krishna Kuamr says
mera question ye hai sir kya mars pe pani mila hai abhi tak ya nhi
Sahil kumar says
पानी के सबूत मिल चुके है।
Shravan patel says
मंगल पर ऑक्सीजन है
पृथ्वी की सापेक्ष में 1% वातावरण मंगलग्रह पर है
A K says
MANGAL KE CHARO TARAF SAMUNDER H KIYA
Sahil kumar says
नही।
Ravi says
wow thank you sir information ke liye magar ye Grah kaha se dikhte hain sattelite se ya fir kaha se…
Sahil kumar says
धरती से दूरबीन द्वारा भी देखे जा सकते है।
uday pratap singh says
Please ye btaiye ki Mars pr sabse phle kaun se des ka jhanda lga
Sahil kumar says
मंगल पर पहला सफल मिशन अमेरिका का मैरीनर-4 था जो 28 November 1964 को 15 जुलाई 1965 को मंगल के पास पहुँचा था।
Goverdhan purbiya says
bhai sahab net per blog banate ho to koi question puche to jawab bhi de diya karo.
3 din hone ko hai aapne mere ko koi jawab nahi diya.
i am waiting for your answer.
Goverdhan purbiya says
मंगल की मिट्टी के लौह खनिज़ में जंग कैसे लग सकती है ?
जंग तो ऑक्सीजन की उपस्थिती मे लगती है।और वहा ऑक्सीजन अनुपस्थित है।