हम मनुष्य भिन्न-भिन्न घरों में रहते है,मगर एक ऐसा घर भी है जिसे हम सभी मनुष्य एक साथ साझा करते है, यहां पर हम पृथ्वी की बात कर रहे है जो कि इस सूर्य मंडल में एकलौता और ब्रह्माण्ड में अब तक का ज्ञात ऐसा ग्रह है जिस पर कि जीवन संभव है। आइए हमारे इस अद्भुत, नीले और जीवनदाएक ग्रह के बारे में कुछ रोचक तथ्य और महत्वपूर्ण प्रश्न जानते है –
पृथ्वी के बारे में 25 रोचक तथ्य – Interesting Facts About Earth in Hindi
1. धरती पे कुल 500 सक्रिय ज्वालामुखी ऐसे है जिन्होंने धरती की सतह के निचले और ऊपरी भाग का 80% हिस्सा अपनी ज्वालामुखी राख से बनाया है।
2. आज से 450 करोड़ साल पहले, सूर्य मंडल में मंगल के आकार का एक ग्रह था जो कि पृथ्वी के साथ एक ही ग्रह-पथ पर सूर्य की परिक्रमा करता था। मगर यह ग्रह किसी कारण धरती से टकराया और एक तो धरती मुड़ गई और दूसरा इस टक्कर के फलस्वरूप जो पृथ्वी का हिस्सा अलग हुआ उससे चाँद बन गया।
3. धरती के गुरुत्वाकर्षण के कारण पर्वतों का 15,000 मीटर से ऊँचा होना संभव नही है।
4. धरती के सारे महाद्वीप पिछले 2.5 करोड़ साल से गति कर रहे है. यह गति टेक्टोनिक प्लेटों की निरंतर गति के कारण है। हर महाद्वीप दूसरे महाद्वीप से भिन्न चाल से गति कर रहा है। जैसे के प्रशांत प्लेट 4 सैटीमीटर प्रति वर्ष जबकि उत्तरी अटलाटिंक 1 सैटीमीटर प्रति वर्ष गति करती है।
5. धरती पे मौजुद हर प्राणी में कार्बन जरूर है।
6. पृथ्वी के सारे मनुष्य 1 वर्ग किलोमीटर के घन(cube) में समा सकते है। यदि हम एक वर्ग मीटर में एक व्यकित्त को खड़ा करे तो एक वर्ग किलोमीटर में दस लाख व्यकित्त खड़े हो सकते हैं।
7. धरती पर ताप का स्रोत केवल सूर्य नही है। बल्कि धरती का अंदरूनी भाग पिघले हुए पदार्थों से बना है जो लगातार धरती के अंदरूनी ताप स्थिर रखता है। एक अनुमान के अनुसार इस अंदरूनी भाग का तापमान 5000 से 7000 डिग्री सैलसीयस है जो कि सूर्य की सतह के तापमान के बराबर है।
8. क्या आप जानते है कि धरती के सारे महाद्वीप आज से 6.5 करोड़ साल पहले एक दूसरे से जुडे हुए थे। वैज्ञानिको का मानना है कि धरती पर कोई उल्का पिंड गिरने जा फिर निरंतर ज्वालामुखीयों और ताक़तवर भूकंपों के कारण यह महाद्वीप आपस से अलग होने लगे, इसी कारण धरती से डायनासोरो का अंत हुआ था। पहले जब सभी महाद्वीप जुडे हुए थे तो ऊपर दिए चित्र की तरह दिखते थे और इसे वैज्ञानिको ने ‘पैंजीया‘ नाम दिया है।
9. धरती पर हर रोज 45,00 बादल(मेघ) गरजते है।
10. धरती आकाश गंगा का एकलौता ऐसा ग्रह है जिसमें कि टेक्टोनिक प्लेटों की व्यवस्था है।
11. लगभग हर साल 30,000 बाहरी अंतरिक्ष के पिंड धरती के वायुमंडल मे दाखिल होते है। पर इनमें से ज्यादातर धरती के वायुमंडल के अंदर पहुँचने पर घर्षण के कारण जलने लगते है जिन्हें हम अक्सर ‘टूटता तारा‘ कहते है।
12. आम तौर पर माना जाता है कि शुक्र, सौर मंडल का सबसे चमकीला ग्रह है पर ऐसा नही है। अगर एक खास दूरी से सौर मंडल के सभी ग्रहों को देखा जाए तो धरती सबसे ज्यादा चमकीली नजर आएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि धरती का पानी सूर्य के प्रकाश को परिर्वतित कर देता है जिससे वह एक खास दूरी से सबसे चमकीली नजर आती है।
13. मनुष्य के द्वारा सबसे ज्यादा गहराई तक खोदा जाने वाला गड्ढा 1989 में रूस में खोदा गया था जिसकी गहराई 12.262 किलोमीटर थी।
14. धरती की सतह का सिर्फ 11 प्रतीशत हिस्सा ही भोजन उत्पादित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
15. क्या आप जानते है कि धरती पूरी तरह से गोल नही है. ब्लिक इसके भू-मध्य रोखीए और ध्रुवीय व्यासों में 41 किलोमीटर का फर्क है। धरती ध्रुवों से थोड़ी सी चपटी(प्लेन) है जबकि भू-मध्य रेखा से थोड़ी सी बाहर की तरफ उभरी हुई है।
16. क्या आप जानते है कि चाँद समेत कई और ग्रह और उपग्रह है जिन पर पानी मौजूद है. पर धरती ही एकलौता ऐसा पिंड है जहां पानी तीनों अवस्थायों में पाया जाता है। मतलब कि ठोस,द्रव और गैस तीनो में।
17. आज से 25 करोड़ साल बाद धरती अपने अक्ष(धुरे) पर अब से धीमी गति करने लगेगी जिसके फलसरूप जो दिन वर्तमान समय में लगभग 24 घंटों का होता है वह 25 करोड़ साल बाद 25.5 घंटो का होगा।
18. धरती अपने धुरे पर 1600 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से घूम रही है जबकि सूर्य के ईर्ध-गिर्द यह 29 किलोमीटर प्रति सैकेंड की रफतार से चक्कर लगा रही है।
19. पूरी धरती के हर स्थान पर गुरूत्वाकर्षण एक जैसा नही है ब्लिक धरती के हर स्थान पर यह अलग-अलग है। इसका कारण है सभी स्थानों की धरती के केंद्र से दूरू भिन्न-भिन्न है। इसी कारण भू-मध्य रेखा पर आपका वजन ध्रवों से थोड़ा ज्याादा होगा।
20. यह माना जाता है कि पृथ्वी के तीन चौथाई भाग मे पानी है लेकिन पानी की कुल मात्रा कितनी है ?
इस चित्र के दाहीने भाग मे पृथ्वी है, और उस पर नीला गोला पृथ्वी पर पानी की कुल मात्रा दर्शा रहा है। पृथ्वी की तीन चौथाई सतह पर पानी है लेकिन इसकी गहराई पृथ्वी की त्रिज्या की तुलना मे कुछ भी नही है। पृथ्वी के संपूर्ण पानी से बनी गेंद की त्रिज्या लगभग 700 किमी होगी, जोकि चंद्रमा की त्रिज्या के आधे से भी कम है। यह मात्रा शनि के चंद्रमा रीआ से थोडी़ ज्यादा है, ध्यान रहे कि रीआ मुख्यतः पानी की बर्फ से बना है।
चित्र मे बायें बृहस्पति का चंद्रमा युरोपा और उसपर पानी की मात्रा दिखायी गयी है। युरोपा मे पानी की मात्रा पृथ्वी पर पानी की मात्रा से भी ज्यादा है! युरोपा पर पानी उसकी सतह के नीचे लगभग 80-100 किमी की गहरायी तक है। युरोपा के पानी से बनी गेंद का व्यास 877 किमी होगा। इसलिये वैज्ञानिक आजकल युरोपा मे जीवन की संभावना देख रहे हैं!
21. धरती पर हर साल लगभग 1000 टन अंतरिक्ष धुड़-कण धरती में दाखिल होते है।
22. धरती के अपने अक्ष के सापेक्ष घुमने के कारण ही यह एक चुंबक की तरह विवहार करता है। धरती का उत्तरी ध्रुव इसके चुंबकीय क्षेत्र का दक्षिणी पासा है जबकि दक्षिणी ध्रुव इसके चुंबकीय क्षेत्र का उत्तरी पासा।
23. एक रिसर्च के अनुसार धरती के दक्षिणी छोर पर स्थित अंटार्किटक महासागर का ऊपर हिस्सा पृथ्वी का सबसे स्वच्छ हवा वाला स्थान है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह क्षेत्र मानव गतिविधियों के कारण पैदा होने वाले प्रदूषक कणों से रहित है।
24. पहले माना जाता था कि पृथ्वी अकेली ही सूर्य के ईर्द-गिर्द अपने पथ पर चक्कर लगाती है। लेकिन हाल में एक खोज़ के दौरान वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के पथ पर ही चक्कर लगा रहे एक उल्का की खोज़ की है जो कि लगभग 1.2 किलोमीटर लंबा है। ऐसे उल्काओं को ट्रोज़न-एस्टेरॉयड कहा जाता है।
25. पृथ्वी पर 70% से अधिक पानी है, लेकिन पानी का भार केवल 1% ही है।
पृथ्वी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हम पृथ्वी के अंदर रहते हैं या बाहर?
हम पृथ्वी के बाहर रहते है। पृथ्वी के अंदर इसका केंद्र कोर है, उसके ऊपर बाहरी कोर की परत है, इसके बाद मैंटल वाला हिस्सा है, इसके बाद ऊपरी मैंटल और इसके ऊपर अंत में पृथ्वी की पपड़ी है, जहां हम रहते हैं। इसलिए हम कह सकते हैं कि हम पृथ्वी के बाहरी भाग में रहते हैं।
अगर पृथ्वी गोल है तो हम गिरते क्यों नहीं?
पृथ्वी गोल तो है, लेकिन इसके साथ ही इसमें गुरूत्व शक्ति भी है जो चीजों को अपनी ओर खींचती है। यह गुरूत्व हमें भी अपनी ओर खींचती है जिसकी वजह से पृथ्वी के गोल होने के बावजूद हम इससे नहीं गिरते हैं।
मैगलन ने पृथ्वी का चक्कर कब लगाया?
फ़र्डिनेंड मैगलन पुर्तगाल के एक नाविक थे जिनके दल ने 1519 से 1522 के बीच समुद्र के जरिए पृथ्वी का चक्कर लगाने में सफलता हासिल की। मैगलन खुद यह यात्रा पूरी नहीं कर पाए थे क्योंकि यात्रा के दौरान ही उनकी मृत्यु हो जाती है।
Mukesh mogiya says
agar earth gol hai to rocket earth se bahar kaise jate hai
Rishav raj says
Koko escape velocity se jyda velocity diya jata h jisse vo gravitational force se bahar chla jta h
Ven Dr Sumedh Thero says
Greetings & Blessings . Hope you can continue with such information
maan jangra says
dharti kab khatam ho ja ye gi
Sahil kumar says
इस बात का उत्तर तो किसी को भी नहीं पता है मान जी।
Gulshan Kumar says
Jab dharti se koi ulkapind takrayega tab dharti khatam ho jayegi
Navneet says
Fir uske baad kya ho sakta hai? Kya koi v zindagi nhi hogi?
Krishna singh says
Owsm yaar sahil kumar , but aap sabhi #sahil kumar se koi query put up karne se pahle post ko thik se pade taki aapko clearty rahe ki aap kya puchna chahte hai..
Vijay says
Agar earth achanak ghumna band kr de to yaha pr rehne walo par kya effect padega
SHOAIB MALIK says
Aadhi duniya roshni mein hogi suraj ki aadhi andhere mein agar aadhi duniya hamesha roshni mein rahegi toh jiveet praani jalne lagenge ghar jalenge sab kuch jalega paani bhaap ban kar aasmaan mein UDD jayega dheere dheere sab kuch khatam ho jayega agar aadhi duniya andhere mein hogi toh paani bahot thanda hoga mausam bahut thanda hoga sabhi jeevit praani khatm ho jayenge brahamand mein bade pind hamari dharti se takraenge bus har taraf tabahi hogi likhne ko toh mein puri kitaab likh sakta hoon par mujhe apni dukaan kholne Jana hai.
Saurabh yadav says
Surya ki etani gravity hi hai prathvi chakkar lagana band hi nahi karegi prathvi to sury ki gravity k karan ghumati hai na
summer khan says
jab earth round shape hai to hmlog earth k konse satah par rahte hai earth ke upar ya earth ke andar ya earth k bich me kya globe me jo dikhai deta hai earth k bahari hissa me sare country ka map to usme rahna posibl hai kya log girte q nhi cozz prthvi to gol hai uskeupar rahna kese posible hai
Sahil kumar says
सुमेर जी पृथ्वी इतनी बड़ी है कि हमें सतह पर इसकी गोलाई का पता ही नहीं चलता। अगर आप 11वीं या 12वीं कक्षा में भुगोल पढ़ेंगे तो आपको इसके बारे में अच्छी तरह से पता चल जाएगा। हम धरती की उसी सतह पर रहते है, जो ग्लोब पर दिखती है।
Rishav raj says
Or gravitational force center pr lgti h jisse ceotipital force maintain rhta h
हरीश says
अगर एक चींटी को पूरे भारत या एक शहर जितनी बोल पर चरण पर तो उसे यह गोल लगेगीं ही नही क्योंकि उसके मुकाबले में सरफेस कई गुना बड़ा है
पृथ्वी हमारे मुकाबले अन्त बड़ी है इसलिए सरफेस के गोल होना का पता नही चलता
SAMPAD DUTTA says
very good information. aap ka post hamesha dusro ko bohut hi aachchi jankari deta hai. aise bohu sare topic hote hai jo kabhi school me padhaye nhi jate. is post me jitne bhi point aapne bataye hai wo sabhi sach hai, specially NO – 17. lekin school, college me yeh sab nhi batate.
aise hi post likhte jaiye.. thanks
shashikant says
population k badne s earth par kya effect padega
Sahil kumar says
ये तो आसान है। खाद्य पदार्थों की कमी, रहने लायक जगह की कमी, बेरुरगारी, गरीबी आदि-आदि।
shashikant says
Earth ka time change hone ka kaaran kya hai aur aaj k 25 crore saal baad time 25 Ghante ka kyun hoga
Sahil kumar says
क्यों पृथ्वी के घूमने की गति लगातार कम हो रही है।
shashikant says
kya earth ki magnetic field kamzor ho rhi hai agar ha kab tak rahegi earth ki magnetic field
Sahil kumar says
ऐसा कुछ नही होगा।
Rishav raj says
Emf k karan ese ni hoga koki ye MF and EF dono ko ek dusre k sath perpendicular maintenance rkhta h
jonny says
Bhai earth ka shape kainsa hai
Sahil kumar says
लगभग गोल आकार का। ध्रुवों से पृथ्वी थोड़ी चपटी है।
Amarjeet kumar says
earth ke ham log ander hai ya bahar please help
Sahil kumar says
हम पृथ्वी की सतह पर रहते हैं।
Raj says
Sir bataye ki earth round h ya flat… or agr flat h to sun ki rays puri earth pr equal hogi…. or agr round h jaisa ki hm globe ko dekhte h to usme kuch continents bahut niche dikhayi dete h to wha to koi rah hi nhi payega.. kyoki slope bahut jyada h… so ye clear kijiye sir…
Sahil kumar says
पृथ्वी पूरी तरह से गोल नहीं है बल्कि ध्रुवों पर थोड़ी सी चपटी है।
amol says
agar pruthvi etni tezz raftar se ghumti hai to pne gharo ki disha q change nahi hoti
ans pls .
Sahil kumar says
सब गुरूत्व से बंधे हुए है अनमोल जी।
Ajeet kushwaha says
earth jab ghumti h toh wo apne sath sath vayumandal ko bhi lekr ghumti h isiliye direction change nhi hoti
shubham rokade says
us planet ka kya hua jo earth se takraya tha…?
Sahil kumar says
उसके टुकड़े बिख़र कर धरती पर गिर गए होंगे।
Nayyar zulqurnain says
Prithwi ki do tihai satah pr paani hai ya teen chauthaai satah paNi se dhaki hai?clear this point.pls.
Sahil kumar says
वैसे तो पृथ्वी का 71 फीसदी भाग पानी से घिरा है नइ्इर जी पर आम बोल चाल में उसे तीन चौथाई कह दिया जाता है।
Aparna says
Book m to 2/3 diya hua h…??? Or aap 3/4 bta the ho plss tell me Shi konsa hai..??
Sahil kumar says
यह मात्रा लगभग है। 3/4 में वो पानी भी आ जाता है जो जमीन द्वारा घिरा हुआ है।
Anonymous says
earth is only the hope of humans and animals to live.
anuj yadav says
Agar prathvi se ulkpind takrane se laava utpanya hua jo ki aaj earth p h to chand p laava q nhi h..
Sahil kumar says
वर्तमान समय में शायद ना हो पर भूतकाल में क्या पता हुआ होगा?
arthi says
is earth pe insan ki jivan kha se aya
Nandkishor Ishwar Hatewar says
If the question not an existence in the world proof a ferry differents the languages to speak not an existence in the world proof this is an Unanswered proof question an unique real fact in the world/an earth.
अरुण कुमार says
अद्भुत रचना है,एवं अविश्वसनीय जानकारी देते हैं आप.
kaise kamaye tips says
Geography का basic, revision करा दिया आपने !
बहुत ही जानकारी भरा पोस्ट है ये !