
धरती पर कीड़ों की उत्पती मनुष्य से पहली हुई मानी जाती है। पहले तो सभी कीड़े एक जैसे थे मगर भिन्न हालातों में रहने के कारण इन की शारीरीक संरचना में थोड़ा-थोड़ा अंन्तर आ गया और इन की कई प्रजातीयां अस्तितव में आ गई।
मौजुदा समय में लगभग 9 लाख किस्म के कीड़ो की खोज कर ली गई है। इन में से प्रमुख्य हैं-Ant(चींटी), Bee(मधुमक्खी), Beetle(गौबरैला), Bug(खटमल),Butterfly(तितली), Chentipede(गोजर), Cricket(झीगुर), Crab(केकड़ा), Earthworm(केंचुया), Firefly(जुगनु), Flea(पिस्सु), Fly(मक्खी), Frog(मेढ़क), Grasshopper(फतंगा), Leech(जोंक), Louse(ढील),और Mosquito(मक्छर) आदि। यह कीड़े धरती पर हर जगह पाए जाते हैं और हर जगह इन की भिन्न-भिन्न प्रजातीयां रहती हैं।
हमारे पूर्वज भी कीड़े-मकौड़े खाते थे। सन 2003 में चीन के हुनेई राज्य में एक कंकाल मिला था। यह कंकाल लगभग साढ़े 5 करोड़ साल पहले का था। जब वैज्ञानिकों ने इसका अध्ययन कार्य किया तो वैज्ञानिको ने बताया कि इसका वजन महज 20 से 30 ग्राम तक था और इसका कद केवल 7 सैंटीमीटर था। यह चौपाया जीव मेढ़क की तरह चलता था। इसकी मुख्य खुराक कीड़े ही थे। आइए इन कीड़ों के बारे में कुछ रोचक तथ्य जानते हैं-
कीड़ों के बारे में 50 रोचक तथ्य – Insects in Hindi
1. एक मधुमक्खी 1 pound शहद बनाने के लिए लगभग 20,00,000(20 लाख) फूलों का उपयोग करती है।
2. कई खोजो से पता चला है कि मच्छर उन लोगों की तरफ ज्यादा आर्कषित होते है जिन्होंने अभी-अभी केले खाए होते हैं।
3. चीटींयां अपने वजन से 30 गुना ज्यादा दबाब लगा सकती हैं और 50 गुना ज्यादा वजन उठा सकती हैं।
4. ग्रामीण इलाकों के एक वर्ग मील के क्षेत्र में जितने कीड़े पाए जाते हैं उनकी गिणती धरती पर मौजुद सभी मनुष्यों से ज्यादा है।

5. अमरीका में सापों, मकड़ीयों और बिच्छुओ से ज्यादा, लोग धमुड़ीयों(Wasps) द्वारा मारे जाते हैं।
6. गिरगिट एक ही समय में अपनी दोनो आँखों को अलग-अलग दिशायों में घुमा सकते हैं।
7. एक गिरगिट की जीभ उसके शरीर की कुल लंम्बाई से दुगनी लम्बी होती है।
8. एक मेढ़क बिना अपनी आँखे बंद किए कोई भी चीज निगल नही सकता।
9. मेढ़क पानी नही पी सकते। वह अपनी चमड़ी के द्वारा ही पानी लेते है।
10. पतंगे का खून सफेद रंग का होता है।
11. तितलीयों की लगभग 1,00,000 प्रतजातीया है।
12. एक Dragonfly(एक प्रकार की बड़ी मक्खी ) का जीवन काल बस 24 घंटों तक का होता है।
13. एक बंबर मक्खी 1 सैकेड में 160 बार अपना पंख हिला सकती है।
14. संसार की 80 प्रतीशत खाद्य फसलों के पराग कण कीड़ो द्वारा झाड़े जाते है।
15. पिस्सु अपनी चाल अंतरिक्ष यानो से 50 गुना ज्यादा तेजी से बढ़ा सकते है।
16. मधु-मक्खियों की 20,000 प्रजातीयों में से केवल 4 प्रजातीया ही शहद बनाने का काम करती है।
17. कुछ तितलियां चलने की बजाय अपने अगले पैरों का उपयोग अपनी आँखे साफ करने के लिए करती हैं।
18. हर साल कीड़े धरती की 33% खाद्य फसल खा जाते हैं।
19. हमारे बालों में जो जुंएँ रहती हैं उनका रंग वही होता है जो हमारे बालों का होता है।

20. दक्षिणी अमेरिका की Mydas मक्खी को दुनिया की सबसे बड़ी मक्खी माना जाता है।
21. Dragonflies की एक आँख में तकरीबन 30,000 लेंस होते हैं।
22. मच्छर खट्टे नेबुयों से दूर रहते हैं क्युकि इनसे उनके पैरों में जलन होने लगती है।
23. एक दीमकों के छत्ते की रानी हर रोज 6 से 7 हजार तक अंडे देती हैं और 15 से 50 साल तक जीती है।
24. एक टिड्डी(झीगुर) सिर्फ लात मार के खून चूस सकती है।
25. चीटीयाँ कभी सोती नही।
26. मधुमक्खी के कान नहीं होते। इसकी कमी को उसके शक्तिशाली एंटिना स्पर्श से पूरा करते है।
27. बिच्छू की लगभग 2000 जातियाँ होती हैं जो न्यूजीलैंड व अंटार्कटिक छोड़कर विश्व के सभी भागो में पाई जाती हैं।
28. अब तक कॉकरोच का सबसे पुराना मिला पथराट 28 करोड़ साल पुराना है।
29. घरेलु चीटिंयां सात साल तक और रानी चींटी 15 साल तक जी सकती है।
30. आधा किलो शहद बनाने के लिए मधु-मक्खियों द्वारा तय की गई दूरी, धरती के दो बार चक्कर लगाने जितनी होती है।
31. अगर धरती पर मौजुद सभी कीड़ो को सारे मनुष्यों में बराबर-बराबर बाटां जाए, तो हर एक के हिस्से में 20 करोड़ से ज्यादा कीड़े आएगें।
32. Beetles(भृंग) 3,50,000 प्रजातीयां के साथ कीड़ों के सबसे बड़े मैंबर हैं।

33. Tabanus मक्खियों की एक प्रजाती है जिसकी उड़ने की रफ्तार 144 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है।
34. सबसे बड़ी चीटींयां ब्राजील में पाई जाती हैं। पर फिर भी इनकी लंम्बाई 6 मिलीमीटर ही होती है।
35. वैज्ञानिकों के पास धमुड़ियों, मधु-मक्खियों और चीटीयों की प्रजातीयों के लगभग 1,50,000 दस्तावेज हैं।
36. बहुत सारी Drogonflies नदियों के पास रहती है ताकि वह आसानी से मच्छरों और छोटी मक्खियों का शिकार कर सके।
37. मधु-मक्खियों के लारवे छत्ते के अंदर रहते है जो कि छह तरफ से मोम का बना होता है।
38. झीगुर तापमान ठंडा जा गर्म होने पर अलग-अलग तरह की आवाजे निकालते है। कुछ लोग इनकी आवाज को सुनकर तापमान के ठंडे जा गर्म होने का अंदाजा लगा लेते हैं।
39. शहद के छत्तों में केवल एक रानी मक्खी ही अंडे देती है।
40. हर मच्छर के 47 दाँत होते हैं- मगर वह आपको अपने डंक से ही काटता है।
41. नर मधुमक्खी सिर्फ रानी मक्खी के साथ सहवास के इलावा अपने जीवन में और कुछ भी नही करता।
42. 1990 में तेजानिया(एक देश है) की लगभग 70% आबादी मलेरिये से प्रभावित हुई थी जो कि मच्छरों द्वारा फैलाया गया था।

43. Tape worms एक प्रकार के कीड़े होते हैं जिनकी लंम्बाई 0।04 इंच से 50 फुट तक हो सकती है।
44. हमलावर मधुमक्खीयों की एक कलोनी में लगभग 80,000 मधुमक्खियों होती है। जब इन्हें छेड़ा जाता है जा इन पर कोई आपत्ति आती है तो यह बड़े झुड़ों में इकट्ठी होकर हमला करने के लिए निकलती हैं।
45. पूर्वी अमेरिका में सिकाडा जीव की एक उप-प्रजाति पीरियाडिकल सिकाडा पाई जाती है, जो कि अंडों से निकलने के बाद, 13 से 17 साल तक ज़मीन के नीचे रहती है, और फिर ज़मीन से बाहर निकलती है।
46. सिकाडा झिंगुर का नज़दीकी रिश्तेदार है, और इसकी दुनियाभर में तकरीबन 3 हज़ार प्रजातियाँ पाई जाती हैं। ज्यादातर सिकाड़ा जीवों का लॉक इन पीरियड़ एक वर्ष तक का होता है। भारत में इसी प्रकार के सिकाडा पाए जाते हैं।
47. मादा सिकाड़ा पेड़-पौधों के पास बनी सुरंगों में अंडे देती हैं। एक बार में यह 600 अंडे तक दे सकती है। अंड़ों से लार्वा निकलने के बाद वो ज़मीन में घुस जाता है, र इस तरह से इन जीवों का सालों लंबा लॉकडाउन प्रारंभ हो जाता है।
48. लॉकडाउन पूरा होने के बाद जब ज़मीनी सुरंगों का तापमान 18° C तक पहुँच जाता है, तो सिकाडा जीवों का बायलॉजिकल क्लॉक का अलार्म बज उठता है और ये हज़ारों की तादाद में एक साथ ज़मीन से बाहर निकल आते हैं।
49. चीन के हांगकांग विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 489 अध्ययनों का विश्लेषण करते हुए बताया है कि पृथ्वी पर चीटियों (Ants) की संख्या करीब 20 हज़ार लाख करोड़ है। ये पिछले अनुमानों से 20 गुना अधिक है। यह मानवों के कुल वज़न के 20% हिस्से के बराबर है।
50. चीटियों की 15,700 से अधिक प्रजातियां और उप-प्रजातियां हैं।
Amandeep Singh Rakhra says
Girgit is not insect.
A reptile cannot be a insect
Kamal Hassan says
Insects ka Antenna k baare m bhi facts daaliye
Anonymous says
kya ants soti nahi hai confirm kare woh nap leti hai
Sahil kumar says
YES, THEY DO – but not in the sense we understand sleep. Research conducted by James and Cottell into sleep patterns of insects (1983) showed that ants have a cyclical pattern of resting periods which each nest as a group observes, lasting around eight minutes in any 12-hour period.
pankaj says
nice information